Mr. Arun Jaitley gave a speech in 2012 as Leader of opposition as follows
कोई भी बाज़ार में जाकर जब सस्ती चीज़ मिल रही हैं तो महंगी नहीं खरीदेगा
आप अमेरिका की स्थिति देखिये - जब अमेरिका में छोटे स्टोर्स थे तो उत्पादन क्षेत्र में 19. 5 मिलियन लोग employed थे (1979 )
आज क्या स्थिति हैं उनके मैन्युफैक्चरिंग जॉब्स की २००९ में 11. 5 मिलियन जॉब्स हो चुके हैं
कारण बड़ा स्पष्ट हैं
Domestic retail sources its products domestically, structured international retail sources its products internationally
इंटरनेशनल रिटेल की जो सप्लाई चैन बनती हैं जहाँ से सबसे सस्ता सामान मिलता हैं खरीद कर लाते हैं और बेचते हैं
हमने मैन्युफैक्चरिंग में रिफॉर्म्स नहीं किये
इस परिस्थिति से उबरेगा क्या -
एक बार स्ट्रक्चर्ड इंटरनेशनल रिटेल आता हैं वह दुनिया का सामान बेचता हैं और उसका प्रत्यक्ष असर पड़ता हैं नौकरियों पर
The first adversely affected area is number of manufacturing sector jobs and they will go down
They have gone down in those economies which have opened structured international retail without reforming their manufacturing. This has happened in all countries पर हमें लगता हैं ऐसा नहीं होगा देश में
मैं आपको छोटा उदहारण देता हूँ - दिल्ली में एक छोटा व्यवसाय हैं फर्नीचर का
इस देश का कारपेंटर हमारी व्यवस्था का हिस्सा था | आज ७०% दुकानों में लिखा हैं इम्पोर्टेड फर्नीचर
IKEA के लिए खोल दीजिये हिंदुस्तान का बाजार - इस देश में कारपेंटर नाम की जो एंटिटी हैं मिलना बंद हो जाएगी
जितने होटल बन रहे हैं इम्पोर्टेड फर्नीचर आ रहा हैं और इस देश के अंदर जो उत्पादन होता था फर्नीचर का वो धीरे धीरे काम होता जा रहा हैं
You implement this policy without manufacturing reforms. The first impact will be - We will cease to be a manufacturing nation, we will become a nation of traders and it won't stop at that. You will have stores owned by american, french and british selling chinese products and India in second round will become a nation of sales boys and sales girls. We will be the consumers, our children will be sales boys and sales girls. The stores will be owned by them and products sold will be chinese.
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