मेरे प्रिय मित्र पांडू कल दौड़कर मेरे पास आया और बोला - तुम कहते हो ना कि सरकार काम नहीं कर रही। सरकार काम भी कर रही हैं और रिसर्च भी ।
मैंने पूछा कौन सी रिसर्च गौमूत्र से कैंसर दूर करने वाली
पांडू बोला - वो तो चल रही हैं । आजकल ज़माना बिग डाटा का हैं । इस बिग डाटा का उपयोग करने के लिए बिग मैथ्स की ज़रूरत होगी । जो कुछ आधुनिक देश ही कर रहे हैं । अब हमारे साहब ने भी इसमें हाथ डाला हैं ।
मैंने पूछा कुछ हाथ लगा फिर?
पांडू ने सिना तानकर कहा - हाथ क्या पूरा का पूरा बिग मैथ्स साध लिया हैं साहब ने ।
फिर बड़े रोब से बोला - बताओ क्या होता है - + - =
मैंने पूछा इसमें नंबर कहा गए?
पांडू ने रोब झाड़ते हुए कहा - बिग मैथ्स हैं Boss। इसमें नंबर नहीं होते । पता हैं तो बताओ? सभी को इसका उत्तर मालूम हैं पर किसी ने ध्यान नहीं दिया आज तक । वो तो साहब अवतरित हुए तो पता चला ।
मैंने सोचा इससे पहले ये और कहानियां सुनाएं । हार मानने में ही भलाई है । और पांडू से बोला - मुझे तो नहीं पता तुम ही बता दो।
पांडू ने शान से समझाया - + - = +
मैंने कहा ऐसा कैसे?
पांडू ने कहा proof भी हैं । वो मुहावरा सुना हैं - लोहा लोहे को काटता हैं।
मैंने कहा कुछ भी ।
इस par पाण्डु भड़क गया बोला तुम्हारी ऐसी की तैसी । वरना लोग क्यों कहते हैं सौ सुनार की एक लोहार की । मास्टर स्ट्रोक । बस वही हैं ये । सब की आंखों के सामने था पर केवल साहब ने पकड़ा हैं ।
और ये कह के वो अपनी ड्यूटी पर चल दिया ।
नोट : इस कहानी का संबंध उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री जी से बिलकुल नहीं हैं।
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