Musings of an argumentative Indian
गज़ब किया तेरे वादे पे जो ऐतबार किया खय्याम
उसूलों पे आंच आये तो टकराना ज़रूरी है । और अगर ज़िंदा हो तो ज़िंदा नज़र आना ज़रूरी है ।
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